CSJMU कानपुर में फिर अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठे छात्र, जमकर लगाए कुलपति मुर्दाबाद के नारे।
विपिन सागर (मुख्य संपादक)
बेबस छात्रों का छलका दर्द विश्वविद्यालय में साफ सफाई भी कराई उसके बावजूद भी नहीं मिली छात्रों को कोई रियायत।
कानपुर। शिक्षा से लेकर छात्रों के विवादों में रहने वाली कानपुर विश्वविद्यालय में, फिर बीटेक के छात्र धरने पर बैठ गए हैं। धरने पर बैठे छात्रों ने बताया पूर्व में, जूनियर सीनियर छात्रों में विश्वविद्यालय के बाहर विवाद हुआ था। जिस मामले को संबंधित क्षेत्र की पुलिस ने भी संज्ञान लिया था। और छात्रों पर कार्यवाही भी की। उसी समय विश्वविद्यालय ने भी उन्ही आधा दर्जन से अधिक छात्रों को निष्कासित किया था। छात्रों का कहना हैं, कई बार माफी मांगने के बाद विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने फिर एक मौका देने की बात कही। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को यह हिदायत भी दी की लगातार विश्वविद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ आचार विचार बदलने एवम विश्वविद्यालय के कार्य भी करने पड़ेंगे। तब आगे चलकर निष्कासित छात्रों को बहाल कर दिया जाएगा। छात्रों का कहना है, कि हमने साफ सफाई तक विश्वविद्यालय में की है। बड़ी बात है इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों ने अगर साफ सफाई भी की तो छात्रों की मैं मर्यादा कहां बची। उसके बावजूद भी छात्रों को निष्कासित रखा और बहाली करने से मना कर दिया। मानसिक प्रताणित होकर छात्रों ने विश्वविद्यालय के गेट पर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रशासन के मुर्दाबाद के नारे भी छात्रों जमकर लगाए। सभी छात्रों का कहना है जब तक हमारा निष्कासन न हटाया जाएगा तब तक हम धरने से नहीं हटेंगे। छात्रों ने मीडिया से बात करते हुए यह भी बताया है, निष्कासित छात्रों को पुनः पडाई सुरु कराने के नाम पर 20-20 हजार रुपए का जुर्माना देने की बात भी कही है। परेशान छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर बैठकर जमकर नारेबाजी चालू कर दी है।
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