Breaking News

विश्वविद्यालय के अधिकारियों से टूटी न्याया की आस तो घूसखोर बाबू को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों धर दबोचा। जेल भेजने की तैयारी

विपिन सागर (मुख्य संपादक)
कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर में, एंटी करप्शन की टीम ने वरिष्ठ बाबू के पद पर तैनात शंकर वक्श सिंह को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा है।
शस्य विज्ञान विभाग में हलवाहक पद पर तैनात एक कर्मचारी की मृत्यु 9 अगस्त 2023 को हो गई थी। जिसके एवज में मृतक कि पत्नी की पारिवारिक पेंशन बननी थी, पेंशन विभाग से पास होने के बाद अर्थ नियंत्रक विभाग में पहुंची तो वहां पर तैनात वरिष्ठ बाबू शंकर वक्स सिंह मृतक के बेटे से ₹12000 की मांग करने लगा। पीड़ित ने अनुरोध किया और बताया कि मुझे केवल 12 हजार रुपए वेतन मिलता है अगर में आपको 12 हजार रूपए दे दूंगा तो घर कैसे चलाऊंगा। घूसखोर बाबू ने साफ कह दिया अगर पैसा नही दोगे तो पेंशन नही बनाऊंगा। पीड़ित ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के पास जाकर शिकायत भी की लेकिन कुछ हल नहीं निकला। आखिर में मृतक का बेटा अपनी शिकायत लेकर कानपुर की एंटी करप्शन टीम के पास पहुंचा, इसके बाद टीम ने गरीनता से जांच की और शुक्रवार दोपहर एंटी करप्शन प्रभारी अर्चना शुक्ला अपनी टीम के साथ सीएसए विश्वविद्याल पहुंच गईं। जिसमे इंस्पेक्टर चतुर सिंह इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार मिश्रा हेड कांस्टेबल महेंद्र कुमार शिवम अवस्थी प्रशांत कुमार सुरजीत अभिषेक के साथ टीम में शामिल थे। जहां पर घूस के दिए गए पैसे वरिष्ठ बाबू को गिनते हुए एंटी करप्शन की टीम ने धर दबोचा। मामले की पूरी जानकारी होते ही, विश्वविद्यालय में अफरा तफरी का माहौल बन गया। इस बात की चर्चा पूरे विश्वविद्यालय में होने लगी। काफी समय से घूसखोरी का कार्य विश्वविद्यालय में चरम सीमा पर हैं। लेकिन विश्वविद्यालय के अधिकारी मामले को संज्ञान नहीं लेना चाहते। पीड़ित ने कहा जब सब जगह से थक गया तो एंटी करप्शन टीम ने तत्काल एक्शन लेते हुए पूरे मामले में कार्यवाही कर दी, वही एंटी करप्शन टीम की बात करें तो टीम ने पूरी लिखा पड़ी के साथ बाबू को जेल भेजने की तैयारी पूरी कर ली है।
इस पूरे मामले पर मीडिया ने अधिकारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन भी उठा फ़ोन।

No comments

Thank you