Breaking News

CSJM विश्वविद्यालय में कुलपति का निजी सुरक्षा कर्मी बना कुलपति असिस्टेंट रजिस्टार को धमकाया देख लेने की दी धमकी

विपिन सागर (रिपोर्टर)
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक का निजी सुरक्षाकर्मी स्टूडेंट सपोर्ट सेल पहुंचकर अधिकारियों और कर्मचारियों पर रौब झाड़ने लगा। इस प्राइवेट सुरक्षाकर्मी गार्ड का विरोध विश्वविद्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों ने किया तो प्राइवेट सुरक्षा कर्मी संजय उपाध्याय ने देख लेने की धमकी दे दी। जिस पर सरकारी कर्मचारी चतुर्थ श्रेणी के अध्यक्ष मनीष चौबे और प्राइवेट निजी सुरक्षाकर्मी में जमकर झड़प हो गई। जिसके बाद सभी कर्मचारियों ने विरोध कर कुलपति के प्राइवेट सुरक्षा कर्मी को स्टूडेंट सपोर्ट सेल से भगा दिया

क्या था पूरा मामला
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने अपनी निजी सुरक्षा के लिए एक सुरक्षाकर्मी संजय उपाध्याय को रखा है। जो अब अपने को स्वयं विश्वविद्यालय का कुलपति समझने लगा है। बुधबार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक किसी कार्य को लेकर संस्थान के बाहर थे। मौका देख कर कुलपति का निजी सुरक्षाकर्मी संजय उपाध्याय स्वयं कुलपति बनकर असिस्टेंट रजिस्ट्रार ज्ञानेंद्र शुक्ला के पास पहुंच गया। और उनकी कार्यशैली पर उंगली उठाने लगा। यहां तक निजी सुरक्षाकर्मी ने यह तक कह दिया कि मैं अपने कायदा कानून से इस विश्वविद्यालय में काम करूँगा। मेरे आगे कुलपति के सिवाय किसी अन्य अधिकारी की नहीं चलेगी मामले को तूल पकड़ते देख स्टूडेंट सपोर्ट सेल के एक-एक कर्मचारी और अधिकारी असिस्टेंट रजिस्टार के पास पहुंच गए। लेकिन कुलपति के निजी सुरक्षाकर्मी ने एक के बाद एक सभी कर्मचारियों को धमकी देना सुरु कर दिया जिसके बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष मनीष चौबे ने जब विरोध किया तो प्राइवेट निजी सुरक्षाकर्मी संजय उपाध्याय ने अपनी पूरी भड़ास मनीष चौबे पर उतार दी और कहा मेरा कोई कुछ बिगाड़ नही पायेगा। जिसके बाद अध्यक्ष मनीष चौबे ने और सपोर्ट सेल के अन्य कर्मचारियों ने जबरदस्ती धक्का देकर सपोर्ट के ऑफिस से बाहर कर दिया। साथ ही सभी ने यह भी कहा इसकी शिकायत विश्वविद्यालय के कुलपति से की जाएगी हालांकि विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर संजय स्वर्णकार और सुरक्षा अधिकारी डॉक्टर आरपी सिंह मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद मामले को पूरी तरह शांत कराया गया। हालांकि उसके बावजूद भी असिस्टेंट रजिस्टार ज्ञानेंद्र शुक्ला ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से शिकायत की और मामले को जल्द संज्ञान में लेने को भी कहा। अब देखना यह है कि कुलपति के इस निजी सुरक्षा कर्मी पर कोई कार्यवाही होती है या इसी तरह इस सुरक्षा कर्मी के हौसले बुलंद रहेंगे
क्या कहते हैं सूत्र
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के सूत्र बताते हैं की यह सुरक्षाकर्मी अपने को मिनी कुलपति समझता है। इतना ही नहीं इस सुरक्षाकर्मी को बाहर से लाया गया है। साथ ही इसके रहने खाने-पीने का इंतजाम भी विश्वविद्यालय में किया गया है। सूत्र यह भी बताते हैं कि कुलपति के इस सुरक्षाकर्मी को विश्वविद्यालय में रहने को आवास भी दिया गया है। कही ऐसा न हो विश्वविद्यालय के कर्मचारी का विरोध इस निजी सुरक्षा कर्मी के लिए भारी न पड़ जाए।

No comments

Thank you