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सरहद की रक्षा में तैनात फौजी की जमीन न बचा सका भूमाफियाओं से कानपुर प्रशासन, CM योगी से लगाई फरियाद 6 माह बीतने के बाद भी नही मिला इंसाफ


कानपुर। सरहद पर देश की सीमाओं की रक्षा करने वाला जांबाज जवान अब अपने आपको खुद सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है। मामला पनकी थाना क्षेत्र का है, जहां दबंगों द्वारा उसकी जमीन पर जबरन कब्ज़ा कर लिया गया। जवान अब न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है यही नहीं इस जवान की मदद प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाने के बाद भी हो न सकी। न ही कमिश्नरेट और प्रशासनिक अधिकारी अब तक इस जवान की मदद कर पाए।

ये है मामला

देश की रक्षा के लिए मौत का जज्बा रखने बाले प्रमोद कुमार पाल न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खा रहा है और इस जवान को कहीं से भी न्याय नहीं मिला रहा है। कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में प्रेसवार्ता कर फौजी प्रमोद कुमार ने बताया कि उनका पुस्तैनी मकान लौउकापुरवा पनकी में बना है जिसमे 3 सौ गज में निर्माण करवा रखा है लगभग 2 सौ गज जगह मकान के सामने पड़ी हुई जिसमें जानवर वगैरह बाँधने का कार्य करता था बता दें कि करीब 5 महीने पहले सेना के जवान प्रमोद कुमार के गाँव मे बसपा नेता और जिला पंचायत सदस्य सतेन्द्र पाल अपने रिश्तेदार रमाकांत, दयाराम, नरेंद्र और बबलू के साथ ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा करके प्लाटिंग का काम शुरू किया और फौजी प्रमोद कुमार के भी घर की जमीन पर कब्जा का प्रयास किया, जिसके बाद प्रमोद ने थाना पनकी से लेकर पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से शिकायत की लेकिन भूमाफिया के सामने नतमस्तक पुलिस -प्रशासन ने कोई कार्यवाही नही की , जिसके बाद पीड़ित फौजी अपनी फरियाद लेकर 12 जुलाई को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार मे पहुँचा, बकौल प्रमोद मुख्यमंत्री ने स्वय उसकी फरियाद सुनी और कार्यवाही के आश्वासन दिया उसके बावजूद भी भूमाफिया के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई और भूमाफिया ने 11 नवम्बर को प्रमोद कुमार के घर के बाहर की जमीन पर जबरन मिट्टी डालकर कब्जा करना शुरू कर दिया। जिसके बाद  विरोध करने पर प्रमोद कुमार के साथ मारपीट की गई जिसकी सूचना पुलिस को दी लेकिन कई दिन बीतने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई।

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