इस विश्वविद्यालय में उच्च स्तरीय समिति ने किया इस चीज का सत्यापन
विपिन सागर (मुख्य संपादक)
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर डीआर सिंह के निर्देश के क्रम में एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की कार्ययोजना के अनुसार विश्वविद्यालय के अधीन संचालित थरियांव स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर दलहन सीड हब योजना प्रारंभ हो गई है। निदेशक प्रसार/ समन्वयक डॉ एके सिंह ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत केंद्र पर दलहनी फसलों के विधायन हेतु संयंत्र स्थापित हो चुका है।
उन्होंने यह भी बताया कि इसके पंजीयन प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर लिए गए हैं।डॉ सिंह ने कहा कि केंद्र व ग्राम गढ़ी में किसानों के प्रक्षेत्रों पर चना व मसूर फसल के बीजों का उत्पादन इस वर्ष किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि दलहनी फसलों के बीज उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों को विश्वविद्यालय द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य से 10% अधिक मूल्य का भुगतान किया जाएगा। जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी साथ ही मृदा की उर्वरा शक्ति में सुधार होगा।उन्होंने बताया कि आज दलहनी फसलों की गुणवत्ता परखने हेतु विश्वविद्यालय से एक उच्च स्तरीय समिति ने सत्यापन किया है। क्षेत्र के किसान दलहनी फसलों के गुणवत्ता परक बीज उत्पादन से काफी प्रसन्न हैं। तथा उपस्थित अन्य किसानों ने भी योजना से जुड़कर दलहनी बीज उत्पादन कार्यक्रम करने की इच्छा प्रकट की। इस अवसर पर समन्वयक डॉ एके सिंह सहित डॉ मनोज कटियार, डॉ अनिल सचान, डॉ जितेंद्र सिंह, डॉक्टर साधना वैश्य सहित अन्य वैज्ञानिक एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
No comments
Thank you