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भ्रष्टाचार के तौर पर सगे संबंधियों को किया भर्ती। इस विश्वविद्यालय के 5 शिक्षकों को जांच के बाद निकाला और कईयों के ऊपर अटकी तलवार। मोटी रकम लेकर की गई नियुक्तियां विश्वविद्यालय में चर्चा जोरों पर


विपिन सागर (संपादक)

सगे संबंधियों और पैसा लेकर भर्ती करने में देशभर के कुलपति कर रहे हैं बड़े-बड़े कर्मकांड ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश का आया है।
डॉ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो. राणा कृष्ण पाल सिंह ने पांच शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जब सवाल खड़ा किया तो पांचों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। हालांकि कुलपति के इस फैसले को लेकर वहां के शिक्षकों के बीच तरह-तरह की चर्चा है। पीड़ित शिक्षकों ने न्याय के लिए न्यायालय से गुहार लगाई है।

एक के बाद एक तीन बार हुई जांच, हर जांच पर बढ़ती गई शिक्षकों की समस्या।

सूत्रों की मानें तो पूर्व कुलपति प्रो. निशीथ राय के समय नियुक्त हुए शिक्षकों की जांच बदले की भावना से कराई गई। इसमें उन शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है, जिन्हें पूर्व कुलपति ने साइट लाइन कर दिया था। यही वजह है कि प्रो. राय के समय नियुक्त हुए शिक्षकों की तीन बार जांच कराई गई। हर बार शिक्षकों की संख्या घटती बढ़ती रही। सूत्रों का कहना है कि जो शिक्षक वर्तमान विवि प्रशासन के सामने नतमस्तक हो गए उनका नाम जांच से हटा दिया गया। पहली जांच कुलपति और बाहर के दो रिटायर प्रोफेसरों ने की। इसमें 10 शिक्षकों का नाम शामिल था। दूसरी जांच में हाईकोर्ट के दो रिटायर न्यायाधीशों 52 शिक्षकों की जांच की। तीसरी जांच में एक रिटायर्ड न्यायाधीश और एक विशेषज्ञ ने छह शिक्षकों की जांच की। इसको लेकर भी कई तरह की चर्चाए विश्वविद्यालय परिसर में हो रहीं हैं। यहां यह सवाल उठता है कि जब छह शिक्षकों का नाम जांच में सामने आया था तो यह कैसे हो गया कि एक शिक्षक का नाम सूची से नदारद है।
इसलिए निरस्त हुआ चयन 
चयन निरस्त करते हुए विवि प्रशासन ने कहा है कि नियुक्ति के समय यह शिक्षक न्यूनतम और अनिवार्य योग्यता पूरी नहीं करते हैं। साथ ही मांगे गए अनुभव को भी पूरा नहीं करते हैं। इनकी सेवाएं समाप्त होने के बाद विवि के शिक्षकों में भारी असंतोष है।


ये हैं पांचों शिक्षक लेकिन एक नदारद

इन शिक्षकों की सेवाएं हुई समाप्त
डॉ. आद्या शक्ति राय, सह आचार्य, विशेष शिक्षा संकाय  
डॉ. मृत्युंजय मिश्रा, सह आचार्य, विशेष शिक्षा संकाय  
डॉ. विपिन पांडे, सह आचार्य अंग्रेजी विभाग 
प्रोफेसर अवनीश मिश्रा, इतिहास विभाग 
प्रोफेसर आरके श्रीवास्तव, कम्प्यूटर विभाग
एक नाम गुमनाम

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