कानपुर विश्वविद्यालय के सीडीसी डायरेक्टर राजेश द्विवेदी और डॉ ओंकार अग्रहरी पर लगाए गंभीर आरोप। छात्र और शिक्षकों ने कहा मोटी रकम लेकर विश्वविद्यालय में किए जा रहे हैं बड़े-बड़े कर्मकांड आखिर कब होगी कार्रवाई।
विपिन सागर (संपादक)
देखें पूरी वीडियो किस तरह लगाए शिक्षक आरोप
प्रैक्टिकल और वायवा के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। साथ ही एक शिक्षक ने विरोध करते हुए यह भी कह दिया कि सीडीसी डायरेक्टर राजेश द्विवेदी डॉक्टर ओंकार अग्रहरि दोनों मिलकर विश्वविद्यालय में जमकर मलाई काट रहे हैं। सीडीसी डायरेक्टर की नियुक्ति पर भी कई बड़े सवाल उठे हैं। लेकिन कहावत भी सही है जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का। ए एन डी कालेज में मौजूद शिक्षक ने यह भी आरोप लगाया है, सीडीसी डायरेक्टर ने स्वयं अपनी बहू के लिए भी प्रैक्टिकल के लिए नियुक्त किया है। जिसका कारण है और मोटी कमाई कर सकें। हालांकि द हिंदी न्यूज़ इस पूरी खबर की पुष्टि नहीं करता है। लेकिन जिस तरह से कानपुर विश्वविद्यालय में शिक्षकों की भर्ती से लेकर के सीडीसी डायरेक्टर पर आरोप लग रहे हैं। उससे यह साफ है की घोटाला चर्म पर है। आखिर इन सब मामलों की जांच क्यों नहीं होती। हालांकि एक वेब न्यूज़ चैनल ने यह तक कह दिया विश्वविद्यालय के सिस्टम ने बड़े ब्रांड के कुछ अखबारों को भी भ्रस्टाचार के सिंडिकेट में शामिल कर रखा है। साथ ही यह भी कहा है, एक रिपोर्टर का नाम लेते हुए बड़े घोटालों को छुपाने और दूसरी जगह न छपने का जिम्मा भी दे रखा है।
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