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जहां-जहां प्रोफेसर पाठक ने सवाला चार्ज, वहीं चला पाठक के नाम का सिक्का। ताक पर रख दिए सब नियम 2017 में एचबीटीयू का कार्य संभाला था प्रोफ़ेसर पाठक ने, उसके बाद से लगातार चलती आ रही है अनियमितताएं, हाल ही में हुई नियुक्तियों पर भी अगर जांच हुई तो दिखेगी पाठक की हनक।

विपिन सागर (मुख्य संपादक)
कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति की चर्चा पूरे देश में हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भनक भी नहीं थी। जिसके बाद इस पूरे मामले की जानकारी आगरा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो आशु रानी ने स्वयं जाकर भी बता दिया। उसके बावजूद भी अभी तक राजभवन ने कोई ठोस निर्णय देने का आश्वासन नहीं दिया है। शिक्षा जगत के विशेषज्ञों ने बताया पूर्व में मामूली विवादों के रहते चर्चा में आए कुलपतियों पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद मुक्त करते हुए जांच बैठा दी है। लेकिन प्रोफेसर पाठक के खिलाफ राजभवन से अभी कोई दिशा निर्देश नहीं आया। इससे साफ लगता है कि प्रदेश की प्रथम नागरिक भी किसी ना किसी असमंजस में है। प्रोफेसर पाठक के लिए कोई ना कोई बड़ी शख्सियत पूर्ण रूप से सहयोग कर रही है। जिसके चलते राजभवन ने भी चुप्पी साध रखी है।

कानपुर में जगह-जगह चर्चा है। यह सूत्र बताते हैं कि दिल्ली में बैठे दो आकाओं के दम पर विनय पाठक पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं हो पा रही है। हालांकि द हिंदी न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है।

प्रोफेसर पाठक की कहां-कहां चलती है सल्तनत
आगरा, लखनऊ, उत्तराखंड, कानपुर सीएसजेएम कानपुर, एचबीटीयू सहित कई विश्वविद्यालय में चलती है प्रो पाठक की सल्तनत, कानपुर के एचबीटीयू मैं वर्ष 2017 के बाद हुई नियुक्तियों में तमाम अनियमितताएं हुई हैं। जिसमें विनय पाठक की भूमिका भी संदिग्ध है। एक रिटायर्ड प्रोफेसर ने नाम न बताने की शर्त पर फिर बताया है। हाल ही में हुई न्युक्तियों मैं भी विनय पाठक का सिक्का चला हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि विनय पाठक एचबीटीयू के कार्यवाहक कुलपति रहते हुए अपने कई सहयोगियों को मलाई जैसे पद पर बैठा कर चले गए। उसके बाद जो भी कुलपति आया लाख कोशिशों के बाद भी उन सहयोगियों को हटा नहीं पाया और उनके रंग में ही ढल गया फिर पाठक के नाम का सिक्का चमकने लगा। जल्द ही कानपुर विश्वविद्यालय के साथ-साथ एचबीटीयू में स्पेशल टास्क फोर्स छानबीन करेगी। सीएसजेएमयू और एचबीटीयू विश्वविद्यालय में कुछ कर्मचारियों का कहना है, टास्क फोर्स आए और कुछ के चेहरे पर मातम सा छाया हुआ है। 
अगली खबर में दिखाएंगे एक और बड़ा खुलासा

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