UP STF की निगाह से कैसे छूट रहा है कानपुर का हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी(HBTU) 2017 में प्रोफेसर पाठक ने संभाला था अतिरिक्त चार्ज। तमाम हुई थी अनियमितता यूनिवर्सिटी में कई अधिकारी कर्मचारियों की टंगी हैं सांसें।
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की मुसीबत बढ़ती ही जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार और उनकी एसटीएफ फोर्स सभी विश्वविद्यालयों को रडार पर ले रही है, लेकिन कानपुर में हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) क्यों भूल रही है। 2017 में प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने बतौर कार्यवाहक एचबीटीयू का कार्य संभाला था, इस विश्वविद्यालय में भी चर्चा जोरों पर है, यहां तक एक रिटायर्ड प्रोफेसर ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि अगर एसटीएफ द्वारा हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी की जांच कराई जाए, तो यहां पर भी तमाम अनियमितताएं मिलेंगी। हालांकि हार्डकोट बटलर टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की सांस भी टंगी हुई है कि कहीं यूपी एसटीएफ की निगाह इस विश्वविद्यालय पर न पड़ जाए। विश्वविद्यालय में तमाम कर्मचारी यह भी कह रहे हैं कि आखिर यूपी एसटीएफ की नजर से एचबीटीयू क्यों छूट जा रहा है। प्रदेश में 3 विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पाठक ने अतिरिक्त चार्ज संभाला था जिसमें सबसे पहले हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी, लखनऊ विश्वविद्यालय, मोइन चिश्ती यूनिवर्सिटी लखनऊ का चार्ज शामिल था। अब देखना यह है लखनऊ आगरा के साथ-साथ हरकोर्ट बटलर टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी पर यूपी एसटीएफ की निगाह कब पड़ेगी।
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