यूपी का हाल हुआ बदहाल कानून के रक्षक ने लूटी व्यापारी से 50 किलो चांदी। दो जिलाओं के एसपी ने मारा छापा इंस्पेक्टर दरोगा किए गए गिरफ्तार।
विपिन सागर (मुख्य संपादक)
कानपुर देहात/औरैया। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पुलिस महकमे को सुधारने के लिए। नई-नई योजनाएं बनाते हैं। पुलिस को बेदाग रहने की नसीहत भी देते हैं, लेकिन जमीन पर खाकी सुधरने के बजाए पुराने ढर्रे पर अब भी काम कर रही है। ऐसा ही कुछ मामला कानपुर देहात में सामने आया है। यहां भोगनीपुर में तैनात इंस्पेक्टर और दरोगा से चकिंग के नाम पर सर्राफ से 50 किलो चांदी लूट ली थी। कारोबारी ने औरैया में मुकदमा दर्ज करवाया था। एसपी चारू निगम ने आरोपियों को लेकर ऑपरेशन शुरू किया। सटीक सूचना पर महिला आईपीएस अफसर चारू निगम ने कानपुर देहात के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति के साथ इंस्पेक्टर और दरोगा के घर पर रेड की। मौके से लूटी गई चांदी बरामद करने के साथ दोनों को अरेस्ट कर लिया।
कौन हैं IPS चारू निगम और IPS मूर्ति, जिन्होंने बाइक से पकड़े ‘वर्दीवाले विलेन’, 50 किलो चांदी के साथ कुछ इस तरह ‘लुटेरे’ इंस्पेक्टर और दरोगा को किया अरेस्ट
कौन हैं IPS चारू निगम और IPS मूर्ति, जिन्होंने बाइक से पकड़े ‘वर्दीवाले विलेन’, 50 किलो चांदी के साथ कुछ इस तरह ‘लुटेरे’ इंस्पेक्टर और दरोगा को किया अरेस्ट
कानपुर देहात के भोगनीपुर में चेकिंग के दौरान पुलिसवालों ने लूट की वारदात को दिया था अंजाम।
कानपुर। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पुलिस महकमे में सुधार को लेकर नई-नई योजनाएं बनाते हैं। पुलिस को बेदाग रहने की नसीहत भी देते हैं, लेकिन जमीन पर खाकी सुधरने के बजाए पुराने ढर्रे पर अब भी काम कर रही है। ऐसा ही कुछ मामला कानपुर देहात में सामने आया है। यहां भोगनीपुर में तैनात इंस्पेक्टर और दरोगा से चकिंग के नाम पर सर्राफ से 50 किलो चांदी लूट ली थी। कारोबारी ने औरैया में मुकदमा दर्ज करवाया था। एसपी चारू निगम ने आरोपियों को लेकर ऑपरेशन शुरू किया। सटीक सूचना पर महिला आईपीएस अफसर चारू निगम ने कानपुर देहात के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति के साथ इंस्पेक्टर और दरोगा के घर पर रेड की। मौके से लूटी गई चांदी बरामद करने के साथ दोनों को अरेस्ट कर लिया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बांदा के रहने वाले सर्राफ मनीष सोनी अपने परिवार के साथ औरैया जा रहे थे। तभी भोगनीपुर थाने में तैनात इंस्पेक्टर अजयपाल शर्मा, दरोगा चिंतन कौशिक और हेड कॉन्स्टेबल रमाशंकर ने उन्हें रोक लिया। कारोबारी कार पर सवार थे। पुलिसवालों ने कार ने ड्राइवर से आईडी मांगी। कारोबारी के मुताबिक, ड्राइवर ने आईडी नहीं दी। जिस पर एक व्यक्ति ने चालक को कार से नीचे उतरने को कहा। जिस पर हम सभी कार स नीचे उतर गए। उन्होंने गाड़ी में रखे दो बैग अपने कब्जे में लिए। इनमें 30 टुकड़े चांदी के रखे थे। ये उन्होंने अपनी स्कॉर्पियो में रख लिए और मौके से भाग खड़े हुए।
7 जून को दर्ज करवाई थी एफआईआर
सर्राफ मनीष ने औरैया पुलिस से 7 जून को संपर्क किया। पूरी घटना बताई। इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई। जांच शुरू होने के बाद पुलिस हाईवे के सीसीटीवी जांचे। टोल प्लाजा से उस टाइमिंग पर निकलने वाली गाड़ियों की जांच में कानपुर पुलिस की प्राइवेट स्कार्पियो दिख गई। इसके बाद पुलिस इंस्पेक्टर और दरोगा तक पहुंच गई। एसपी औरैया चारू निगम ने बताया कि भोगनीपुर इंस्पेक्टर अजयपाल शर्मा, दरोगा चिंतन कौशिक और हेड कॉन्स्टेबल रमाशंकर के नाम सामने आने के बाद एडीजी कानपुर से संपर्क किया गया।
एसपी कानपुर देहात के साथ मारी रेछ
एसपी औरैया के मुताबिक, मैं टीम लेकर कानपुर देहात पहुंची। यहां के एसपी को वारदात के बारे में जानकारी दी। इसके बाद हम दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके आवास पर गए। एसपी कानपुर देहात बाइक पर सवार होकर मौके पर पहुंचे। दोनों एसपी ने मिलकर दरोगा के सरकारी आवास से 50 किलो चांदी बरामद कर ली है। इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह और दरोगा चिंतन कौशिक को अरेस्ट कर लिया है। इंस्पेक्टर, दरोगा और हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड किया गया है। एसपी कानपुर देहात के मुताबिक मौके से माल बरामद कर लिया गया है। तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
कौन हैं आईपीएस चारू निगम
37 वर्षीय चारू निगम अपनी पोस्टिंग के दौरान अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ कड़े एक्शन को लेकर जानी जाती हैं। चारू निगम 2014 बैच की आईपीएस अफसर हैं। चारू निगम का जन्म 4 जून 1986 को हुआ था। चारू निगम आगरा की मूल निवासी हैं। उन्होंने आईआईटी से बीटेक किया हुआ है। चारू निगम के पिता स्वर्गीय एमएस निगम (दिल्ली विकास प्राधिकरण के पूर्व अधिकारी) रहे हैं। चारू निगम गोरखपुर, झांसी समेत यूपी के कई जिलों सीओ औा एसपी के पद पर पदस्थ्य रही हैं। फिलहाल चारू निगम औरैया की एसपी हैं। जब से चारू निगम की तैनाती औरैया में हुई, तब से यहां अपराध के ग्राफ में गिरावट आई है।
कौन हैं आईपीएस बीबीजीटीएस मूर्ति
आंध्रप्रदेश के तिरूपति के रहने वाले बीबीजीटीएस मूर्ति 2015 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उनका पालन-पोषण व शिक्षा हैदराबाद में हुई। आईपीएस बनने के बाद इन्हें यूपी कैडर मिला। आईपीएस मुर्ति की पोस्टिंग कानपुर में एसपी ग्रामीण फिर कमिश्नरेट में बतौर डीसीपी पश्चिम व डीसीपी ट्रैफिक के रूप में 15 महीने काम कर चुके हैं। कानपुर देहात के एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति अपने सख्त एक्शन के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होंने कासगंज में तैनाती के दौरान वहां के सबसे बड़े माफिया अपराधी नफीस अहमद उर्फ कालिया की 100 करोड़, 28 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की थी। मूर्ति की पहली पोस्टिंग बतौर अंडर ट्रेनिंग गाजियाबाद में हुई थी। इसके बाद कानपुर ग्रामीण क्षेत्र के एसपी रहे। फिर लखनऊ इंटेजीजेंस में भी एसपी रह चुके हैं।
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