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सकारात्मक सेवा भाव से हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता हैः डॉ. सुधांशु त्रिवेदी


कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के तत्वावधान में पीएसआईटी भौती कानपुर के सभागार में राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रखर वक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद ने कहा कि सकारात्मक सेवा का भाव एनएसएस की थाती है। सेवा के द्वारा हर लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। हमारी भारतीय संस्कृति भी हमें यही सिखाती है। उन्होंने तमाम उद्धरणों का उल्लेख करते हुए सेवा भाव के महत्व का बखान किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश में युद्ध का भी एक धर्म होता है, जिसमें मानवता का पूरा ध्यान दिया जाता है। प्रेम में भी एक त्याग होता है, जिसमें खोकर भी लोग सुख की अनुभूति करते है। भारत इसी ध्येय को लेकर सेवा, त्याग और समर्पण के साथ विश्व को नयी राह दिखाने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी जी की अगुवाई में देश इन्हीं मूल्यों के साथ वैश्विक नेतृत्व करने के लिए तत्पर है। 
कार्यक्रम के अध्यक्ष कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों ने एक संकल्प के साथ 75 गांवों में गये। वहां जो सेवा का अलख जगाया वह सराहनीय है। हमारी नजर में शिक्षा के साथ सेवा और संस्कार का बड़ा मूल्य है। हमने पिछले एक वर्ष से इसे आगे बढ़ाने का कार्य किया है। हमने समृद्धि प्रवाह के तहत आगामी 02 अक्टूबर से सेवा के संकल्प को सतत आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। हमारे 15 एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी गांधी जी द्वारा स्थापित साबरमती आश्रम जाकर सेवा के भाव और कार्य को सीखने जाएंगे। 100 छात्रों को भी आश्रम में भेजने का प्रस्ताव है। 
विशिष्ट अतिथि आयुर्वेदाचार्य डॉ. वंदना पाठक ने एनएसएस छात्रों का हौंसलाअफजाई करते हुए कहा कि सेवा कार्य हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिये। एनएसएस के छात्र एक सफल योद्धा की तरह विभिन्न मुश्किल परिस्थितियों में लोगों को उबारने का कार्य किया है। यह काबिलेतारीफ हैं। 
इस अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सेवा योजना के कार्यों में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले कार्यकर्ताओं को गणेश शंकर विद्यार्थी और कर्मवीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार के अंतर्गत डॉ. मनोज कुमार यादव को स्वर्ण, रितु सिंह को रजत, डा. चित्रा सिंह तोमर व डा. संगीता सिरोही को कांस्य पदक से नवाजा गया। कर्मवीर पुरस्कार के अंतर्गत सौम्या सिंह को स्वर्ण, शिवम गोस्वामी को रजत तथा उदिता रावत व विलायत फातिमा को कांस्य पदक से सम्मानित किया गया। 
कार्यक्रम में एनएसएस के सात जिला नोडल अधिकारियों तथा 40 कार्यक्रम अधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव, एनएसएस के कोआर्डिनेटर प्रो. के.एन. मिश्रा, निदेशक सीडीसी डॉ. राजेश कुमार द्विवेदी, एसोसिएट वाईस प्रेसिडेंट (पीएसआईटी) अभिजीत सिंह, प्रबंध निदेशक शेफाली राज, निदेशक (पीएसआईटी कॉलेज ऑफ़ हायर एजुकेशन) डॉ शिवानी कपूर, निदेशक (प्रणवीर सिंह इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी), डॉ प्रवीन कटियार, डॉ अंकित त्रिवेदी, डॉ स्नेह पांडेय, समेत एनएसएस एवं एनसीसी के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
75 गांवों में हुए कार्यक्रमों की पुस्तिका का विमोचन
एनएसएस दिवस के अवसर पर छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय द्वारा 75 गांवों में किए गए कार्यो की पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। ‘सीएसजेएमयू परिवार 75 गांवों के द्वार’ शीर्षक की इस स्मारिका में सभी सम्बद्ध जिलों में एनएसएस द्वारा किए गए कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया है। कार्यक्रम में अर्पण पत्रिका का भी विमोचन किया गया।

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